वृक्षमूल: Difference between revisions
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<p> एक विद्या-निकाय । धरणेंद्र की देवी दिति ने यह विद्यानिकाय नमि और विनमि को दिया था । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 22.60 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> एक विद्या-निकाय । धरणेंद्र की देवी दिति ने यह विद्यानिकाय नमि और विनमि को दिया था । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_22#60|हरिवंशपुराण - 22.60]] </span></p> | ||
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Latest revision as of 15:25, 27 November 2023
सिद्धांतकोष से
- वर्षाकाल में वृक्ष के नीचे ध्यान लगाना वृक्षमूल योग कहलाता है–देखें कायक्लेश ।
- वृक्षमूल आदि
पुराणकोष से
एक विद्या-निकाय । धरणेंद्र की देवी दिति ने यह विद्यानिकाय नमि और विनमि को दिया था । हरिवंशपुराण - 22.60