कालक: Difference between revisions
From जैनकोष
No edit summary |
Jagrti jain (talk | contribs) mNo edit summary |
||
(10 intermediate revisions by 5 users not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
< | | ||
== सिद्धांतकोष से == | |||
<span class="HindiText"> एक ग्रह– तिलोयपण्णत्ति/7/15-22 चंद्रमा के 88 ग्रहों में से एक ग्रह का नाम कालक ग्रह है।</span> | |||
[[Category:क]] | <span class="HindiText">देखें [[ ग्रह ]]।</span> | ||
<noinclude> | |||
[[ कालंगारिक | पूर्व पृष्ठ ]] | |||
[[ कालकल्प | अगला पृष्ठ ]] | |||
</noinclude> | |||
[[Category: क]] | |||
== पुराणकोष से == | |||
<span class="HindiText"> (1) एक वन । <span class="GRef"> महापुराण 59.196 </span></br><span class="HindiText">(2) एक भील । इसने चंदना को भीलराज सिंह के पास पहुँचाया था इसके उपलब्ध में चंदना ने उसे अपने बहुमूल्य आभूषण तथा धर्मोपदेश दिये थे । <span class="GRef"> महापुराण 75.46-47 </span></br><span class="HindiText">(3) उल्कामुखी नगरी का निबासी पापी भीलराज । <span class="GRef"> महापुराण 70.156 </span> | |||
<noinclude> | |||
[[ कालंगारिक | पूर्व पृष्ठ ]] | |||
[[ कालकल्प | अगला पृष्ठ ]] | |||
</noinclude> | |||
[[Category: पुराण-कोष]] | |||
[[Category: क]] | |||
[[Category: करणानुयोग]] | |||
[[Category: प्रथमानुयोग]] |
Latest revision as of 16:25, 5 February 2024
सिद्धांतकोष से
एक ग्रह– तिलोयपण्णत्ति/7/15-22 चंद्रमा के 88 ग्रहों में से एक ग्रह का नाम कालक ग्रह है।
देखें ग्रह ।
पुराणकोष से
(1) एक वन । महापुराण 59.196
(2) एक भील । इसने चंदना को भीलराज सिंह के पास पहुँचाया था इसके उपलब्ध में चंदना ने उसे अपने बहुमूल्य आभूषण तथा धर्मोपदेश दिये थे । महापुराण 75.46-47
(3) उल्कामुखी नगरी का निबासी पापी भीलराज । महापुराण 70.156