स्थितिबंध: Difference between revisions
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Latest revision as of 15:30, 27 November 2023
कर्मबंध का एक भेद । ऐसा बंध होने पर कर्म अपने काल की मर्यादा तक रहते हैं । यह बंध कषाय के निमित्त से होता है । महापुराण 20.254, हरिवंशपुराण - 39.2, 58.203, 210, 214