कीर्तिषेण: Difference between revisions
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<span class="HindiText">—पुन्नाट संघ की गुर्वावली के अनुसार आप अमितसेन के शिष्य तथा हरिवंशपुराणकार श्री जिनसेन के गुरु थे। समय−वि. 820−870 (ई॰ 763−813)[[ इतिहास#7.8 | इतिहास 7.8]] | |||
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<span class="HindiText">हरिवंशपुराणकार आचार्य जिनसेन के गुरु ये आचार्य अमितसेन के शांत स्वभावी अग्रज थे । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 66.31-33</span> </span> | |||
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Latest revision as of 10:45, 22 March 2023
सिद्धांतकोष से
हरिवंशपुराण/66/25 महापुराण/ प्रस्तावना 48 पं. पन्नालाल
—पुन्नाट संघ की गुर्वावली के अनुसार आप अमितसेन के शिष्य तथा हरिवंशपुराणकार श्री जिनसेन के गुरु थे। समय−वि. 820−870 (ई॰ 763−813) इतिहास 7.8
पुराणकोष से
हरिवंशपुराणकार आचार्य जिनसेन के गुरु ये आचार्य अमितसेन के शांत स्वभावी अग्रज थे । हरिवंशपुराण 66.31-33