कुरलकाव्य: Difference between revisions
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आचार्य एलाचार्य अपरनाम कुंदकुंद (ई॰ शताब्दि 2) कृत अध्यात्म नीति विषयक तामिल भाषा में रचित एक ग्रंथ है दक्षिण देश में यह तामिलवेद के नाम से प्रसिद्ध है, और इसकी जैनेतर लोगों में बहुत मान्यता है। इसमें 10,10 श्लोक प्रमाण 108 परिच्छेद हैं।