कोंकण: Difference between revisions
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<span class="HindiText">पश्चिमी समुद्र तट पर यह प्रदेश सूरत से रत्नगिरि तक विस्तृत है। बंबई व कल्याण भी इसी देश में हैं। <span class="GRef">( महापुराण/ प्रस्तावना 49 पं.पन्नालाल)</span>। | |||
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<span class="HindiText"> वृषभदेव के समय में इंद्र द्वारा निर्मित एक देश । (पुणे का पार्श्ववर्ती प्रदेश) । <span class="GRef"> महापुराण 16.141-156, </span><span class="GRef"> पांडवपुराण 1.132 </span></p> | |||
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Latest revision as of 22:20, 17 November 2023
सिद्धांतकोष से
पश्चिमी समुद्र तट पर यह प्रदेश सूरत से रत्नगिरि तक विस्तृत है। बंबई व कल्याण भी इसी देश में हैं। ( महापुराण/ प्रस्तावना 49 पं.पन्नालाल)।
पुराणकोष से
वृषभदेव के समय में इंद्र द्वारा निर्मित एक देश । (पुणे का पार्श्ववर्ती प्रदेश) । महापुराण 16.141-156, पांडवपुराण 1.132