हेमराज (पांडे): Difference between revisions
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यह पंडित रूपचंद के शिष्य थे। कृति–प्रवचनसार टीका, पंचास्तिकाय टीका, भाष्य भक्तामर, गोम्मटसार वचनिका, नयचक्र वचनिका, सितपट चौरासी बोल (श्वेतांबरियों पर आक्षेप) समय–वि.श.17-18 | <span class="HindiText"> यह पंडित रूपचंद के शिष्य थे। कृति–प्रवचनसार टीका, पंचास्तिकाय टीका, भाष्य भक्तामर, गोम्मटसार वचनिका, नयचक्र वचनिका, सितपट चौरासी बोल (श्वेतांबरियों पर आक्षेप) समय–वि.श.17-18 <span class="GRef">( पंचास्तिकाय प्रस्तावना/3 पं.पन्नालाल)</span>; <span class="GRef">( हिन्दीजैन साहित्य इतिहास /131 कामताप्रसाद)</span>।</span> | ||
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यह पंडित रूपचंद के शिष्य थे। कृति–प्रवचनसार टीका, पंचास्तिकाय टीका, भाष्य भक्तामर, गोम्मटसार वचनिका, नयचक्र वचनिका, सितपट चौरासी बोल (श्वेतांबरियों पर आक्षेप) समय–वि.श.17-18 ( पंचास्तिकाय प्रस्तावना/3 पं.पन्नालाल); ( हिन्दीजैन साहित्य इतिहास /131 कामताप्रसाद)।