उत्पलगुल्मा: Difference between revisions
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मेरु पर्वत की पूर्व-दक्षिण (आग्नेय) दिशा में स्थित वापी । यह लंबाई में पचास योजन, गहराई मे दस योजन और चौडाई में पच्चीस योजन है । हरिवंशपुराण - 5.334-335