गंधर्वपुर: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
Komaljain7 (talk | contribs) No edit summary |
||
(2 intermediate revisions by 2 users not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
| | ||
== सिद्धांतकोष से == | == सिद्धांतकोष से == | ||
विजयार्ध की उत्तर श्रेणी का एक नगर–देखें [[ विद्याधर ]]। | <span class="HindiText">विजयार्ध की उत्तर श्रेणी का एक नगर–देखें [[ विद्याधर#4| विद्याधर - 4]]। | ||
<noinclude> | <noinclude> | ||
Line 13: | Line 13: | ||
== पुराणकोष से == | == पुराणकोष से == | ||
< | <span class="HindiText"> विजयार्ध पर्वत की उत्तरश्रेणी के साठ नगरों में पैंतीसवां नगर । | ||
ललितांगदेव स्वर्ग से च्युत होकर इसी नगर के राजा वासव और उसकी महादेवी प्रभावती का महीधर नाम का पुत्र हुआ । <span class="GRef"> महापुराण 7.28-29, 19.83 </span> | |||
<noinclude> | <noinclude> | ||
Line 24: | Line 24: | ||
[[Category: पुराण-कोष]] | [[Category: पुराण-कोष]] | ||
[[Category: ग]] | [[Category: ग]] | ||
[[Category: करणानुयोग]] |
Latest revision as of 15:46, 10 November 2022
सिद्धांतकोष से
विजयार्ध की उत्तर श्रेणी का एक नगर–देखें विद्याधर - 4।
पुराणकोष से
विजयार्ध पर्वत की उत्तरश्रेणी के साठ नगरों में पैंतीसवां नगर । ललितांगदेव स्वर्ग से च्युत होकर इसी नगर के राजा वासव और उसकी महादेवी प्रभावती का महीधर नाम का पुत्र हुआ । महापुराण 7.28-29, 19.83