चंदन: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
(One intermediate revision by one other user not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
<div class="HindiText"> <p id="1"> (1) एक वन, एक वृक्ष । <span class="GRef"> महापुराण 62.409 </span></p> | <div class="HindiText"> <p id="1" class="HindiText"> (1) एक वन, एक वृक्ष । <span class="GRef"> महापुराण 62.409 </span></p> | ||
<p id="2">(2) सुसीमा नगर के राजा पद्मगुल्म का पुत्र । यह नगर के तीसरे पुष्करपुर द्वीप के पूर्वार्ध भाग में स्थित मेरु पर्वत के पूर्व विदेह क्षेत्र में सीता नदी के दक्षिणी तट पर बसे वत्स नामक देश में है । जीवन के अंत में इसे ही राज्य सौंपकर पदमगुल्म विरक्त हो गया था । <span class="GRef"> महापुराण 56.2-3, 15-16 </span></p> | <p id="2" class="HindiText">(2) सुसीमा नगर के राजा पद्मगुल्म का पुत्र । यह नगर के तीसरे पुष्करपुर द्वीप के पूर्वार्ध भाग में स्थित मेरु पर्वत के पूर्व विदेह क्षेत्र में सीता नदी के दक्षिणी तट पर बसे वत्स नामक देश में है । जीवन के अंत में इसे ही राज्य सौंपकर पदमगुल्म विरक्त हो गया था । <span class="GRef"> महापुराण 56.2-3, 15-16 </span></p> | ||
</div> | </div> | ||
Line 11: | Line 11: | ||
[[Category: पुराण-कोष]] | [[Category: पुराण-कोष]] | ||
[[Category: च]] | [[Category: च]] | ||
[[Category: प्रथमानुयोग]] |
Latest revision as of 14:41, 27 November 2023
(1) एक वन, एक वृक्ष । महापुराण 62.409
(2) सुसीमा नगर के राजा पद्मगुल्म का पुत्र । यह नगर के तीसरे पुष्करपुर द्वीप के पूर्वार्ध भाग में स्थित मेरु पर्वत के पूर्व विदेह क्षेत्र में सीता नदी के दक्षिणी तट पर बसे वत्स नामक देश में है । जीवन के अंत में इसे ही राज्य सौंपकर पदमगुल्म विरक्त हो गया था । महापुराण 56.2-3, 15-16