बोधपाहुड़ देशभाषामय वचनिका प्रतिज्ञा: Difference between revisions
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<div class="HindiBhavarth"><div>इसप्रकार मंगलाचरण के द्वारा श्री कुन्दकुन्द आचार्यकृत गाथाबन्ध ‘बोधपाहुड’ की देशभाषामय वचनिका का हिन्दी भाषानुवाद लिखते हैं,</div> | <div class="HindiBhavarth"><div>इसप्रकार मंगलाचरण के द्वारा श्री कुन्दकुन्द आचार्यकृत गाथाबन्ध ‘बोधपाहुड’ की देशभाषामय वचनिका का हिन्दी भाषानुवाद लिखते हैं,</div> | ||
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Latest revision as of 17:19, 2 November 2013
( दोहा )
देव जिनेश्वर सर्व गुरु वन्दूं मन-वच-काय ।
जा प्रसाद भवि बोध ले, पालैं जीव निकाय ॥१॥
इसप्रकार मंगलाचरण के द्वारा श्री कुन्दकुन्द आचार्यकृत गाथाबन्ध ‘बोधपाहुड’ की देशभाषामय वचनिका का हिन्दी भाषानुवाद लिखते हैं,