यक्षस्थान: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p> भरतक्षेत्र का एक नगर । यहाँ सुरप और कर्षक दो भाई रहते थे जो आगामी भव में उदित और मुदित नामक मुनि हुए । <span class="GRef"> पद्मपुराण 39.137-139 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> भरतक्षेत्र का एक नगर । यहाँ सुरप और कर्षक दो भाई रहते थे जो आगामी भव में उदित और मुदित नामक मुनि हुए । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_39#137|पद्मपुराण - 39.137-139]] </span></p> | ||
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Latest revision as of 15:20, 27 November 2023
भरतक्षेत्र का एक नगर । यहाँ सुरप और कर्षक दो भाई रहते थे जो आगामी भव में उदित और मुदित नामक मुनि हुए । पद्मपुराण - 39.137-139