शंखवर: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p> मध्यलोक के प्रथम सोलह द्वीपों और सागरों में बारहवां द्वीप और सागर । यह द्वीप इसी नाम के सागर से घिरा हुआ है । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 5.618 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> मध्यलोक के प्रथम सोलह द्वीपों और सागरों में बारहवां द्वीप और सागर । यह द्वीप इसी नाम के सागर से घिरा हुआ है । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_5#618|हरिवंशपुराण - 5.618]] </span></p> | ||
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Latest revision as of 15:25, 27 November 2023
सिद्धांतकोष से
मध्यलोक का बारहवाँ द्वीप व सागर-देखें लोक - 5.1।
पुराणकोष से
मध्यलोक के प्रथम सोलह द्वीपों और सागरों में बारहवां द्वीप और सागर । यह द्वीप इसी नाम के सागर से घिरा हुआ है । हरिवंशपुराण - 5.618