साल्व: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
(One intermediate revision by one other user not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
<div class="HindiText"> <p> भरत-क्षेत्र के मध्य आर्यखंड का एक देश । चक्रवर्ती भरतेश के छोटे भाइयों द्वारा त्यागे गये अनेक देशों में एक देश यह भी था । भरतेश का यहाँ शासन हो गया था । तीर्थंकर महावीर यहाँ विहार करते हुए आये थे । इसका अपर नाम सौल्व था । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 3.3, 11.65 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> भरत-क्षेत्र के मध्य आर्यखंड का एक देश । चक्रवर्ती भरतेश के छोटे भाइयों द्वारा त्यागे गये अनेक देशों में एक देश यह भी था । भरतेश का यहाँ शासन हो गया था । तीर्थंकर महावीर यहाँ विहार करते हुए आये थे । इसका अपर नाम सौल्व था । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_3#3|हरिवंशपुराण - 3.3]], 11.65 </span></p> | ||
</div> | </div> | ||
Line 10: | Line 10: | ||
[[Category: पुराण-कोष]] | [[Category: पुराण-कोष]] | ||
[[Category: स]] | [[Category: स]] | ||
[[Category: प्रथमानुयोग]] |
Latest revision as of 15:30, 27 November 2023
भरत-क्षेत्र के मध्य आर्यखंड का एक देश । चक्रवर्ती भरतेश के छोटे भाइयों द्वारा त्यागे गये अनेक देशों में एक देश यह भी था । भरतेश का यहाँ शासन हो गया था । तीर्थंकर महावीर यहाँ विहार करते हुए आये थे । इसका अपर नाम सौल्व था । हरिवंशपुराण - 3.3, 11.65