सिंहबल: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
(One intermediate revision by one other user not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
<div class="HindiText"> <p id="1"> (1) लोहाचार्य के पश्चात् हुए आचार्यों में एक आचार्य । ये रत्नत्रय तथा ज्ञान लक्ष्मी से युक्त थे । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 66.26 </span></p> | <div class="HindiText"> <p id="1" class="HindiText"> (1) लोहाचार्य के पश्चात् हुए आचार्यों में एक आचार्य । ये रत्नत्रय तथा ज्ञान लक्ष्मी से युक्त थे । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_66#26|हरिवंशपुराण - 66.26]] </span></p> | ||
<p id="2">(2) हस्तिनापुर के राजा पद्म का विरोधी राजा । पद्म ने इसे मंत्री बलि की सहायता से पकड़ा था । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 20.17 </span></p> | <p id="2" class="HindiText">(2) हस्तिनापुर के राजा पद्म का विरोधी राजा । पद्म ने इसे मंत्री बलि की सहायता से पकड़ा था । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_20#17|हरिवंशपुराण - 20.17]] </span></p> | ||
</div> | </div> | ||
Line 11: | Line 11: | ||
[[Category: पुराण-कोष]] | [[Category: पुराण-कोष]] | ||
[[Category: स]] | [[Category: स]] | ||
[[Category: प्रथमानुयोग]] |
Latest revision as of 15:30, 27 November 2023
(1) लोहाचार्य के पश्चात् हुए आचार्यों में एक आचार्य । ये रत्नत्रय तथा ज्ञान लक्ष्मी से युक्त थे । हरिवंशपुराण - 66.26
(2) हस्तिनापुर के राजा पद्म का विरोधी राजा । पद्म ने इसे मंत्री बलि की सहायता से पकड़ा था । हरिवंशपुराण - 20.17