ह्रीमंत: Difference between revisions
From जैनकोष
No edit summary |
No edit summary |
||
(3 intermediate revisions by 3 users not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
राजगृह में स्थित एक पर्वत - देखें [[ मनुष्य#4 | मनुष्य - 4]]। | |||
<span class="GRef"> हरिवंशपुराण/सर्ग/श्लोक</span>-<p class="HindiText">गिरिकूट ([[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_21#102|21.102]]); कर्कोटक [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_21#123|21.123]]; राजगृह में स्थित एक पर्वत '''ह्रीमंत''' ([[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_66#45|26.45]]); वरुण ([[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_27#12|27.12]]) विंध्याचल ([[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_17#36|हरिवंशपुराण - 17.36]].)।</p> <br /> | |||
<p class="HindiText">भरतक्षेत्र के कुछ पर्वतों का निर्देश - देखें [[ मनुष्य#4.5 | मनुष्य - 4.5]]।</p> | |||
<noinclude> | <noinclude> | ||
Line 8: | Line 11: | ||
</noinclude> | </noinclude> | ||
[[Category: ह]] | [[Category: ह]] | ||
[[Category: करणानुयोग]] |
Latest revision as of 14:37, 28 November 2023
हरिवंशपुराण/सर्ग/श्लोक-
गिरिकूट (21.102); कर्कोटक 21.123; राजगृह में स्थित एक पर्वत ह्रीमंत (26.45); वरुण (27.12) विंध्याचल (हरिवंशपुराण - 17.36.)।
भरतक्षेत्र के कुछ पर्वतों का निर्देश - देखें मनुष्य - 4.5।