औपपादिक जन्म: Difference between revisions
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<span class="GRef">तत्त्वार्थसूत्र/2/34</span> <span class="SanskritText">देवनारकाणामुपपाद:।34। </span>=<span class="HindiText">देव व नारकियों का जन्म उपपादज ही होता है।</span> | |||
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Latest revision as of 10:51, 29 June 2023
तत्त्वार्थसूत्र/2/34 देवनारकाणामुपपाद:।34। =देव व नारकियों का जन्म उपपादज ही होता है।
अधिक जानकारी के लिये देखें जन्म - 2।