प्रस्ताव: Difference between revisions
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<p><span class="GRef"> न्यायविनिश्चय/ | <p><span class="GRef"> न्यायविनिश्चय/टी./1/165/531/3 </span> <span class="SanskritText">प्रस्तूयते प्रमाण-फलत्वेनाधिक्रियते इति प्रस्तावः । </span>= <span class="HindiText">प्रस्तुयते अर्थात् प्रमाण के फल रूप से जिसका ग्रहण किया जाता है, ऐसा हेयोपादेय तत्त्व का निर्णय '''प्रस्ताव''' है ।</span></p> | ||
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Latest revision as of 11:39, 4 September 2022
न्यायविनिश्चय/टी./1/165/531/3 प्रस्तूयते प्रमाण-फलत्वेनाधिक्रियते इति प्रस्तावः । = प्रस्तुयते अर्थात् प्रमाण के फल रूप से जिसका ग्रहण किया जाता है, ऐसा हेयोपादेय तत्त्व का निर्णय प्रस्ताव है ।