महापुर: Difference between revisions
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<li><p class="HindiText"> विजयार्ध की उत्तर श्रेणी | <li><p class="HindiText"> विजयार्ध की उत्तर श्रेणी में साठ नगर हैं ,महापुर इक्यावनवा नगर है। अधिक जानकारी के लिए–देखें [[ विद्याधर ]]।</p> </li> | ||
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<div class="HindiText"> <p> भरतक्षेत्र का एक नगर । यहाँ का राजा वायुरथ अपने पुत्र घनरथ को राज्य देकर सुव्रत जिनेंद्र से दीक्षित हो गया था । <span class="GRef"> महापुराण 58.80, </span><span class="GRef"> पद्मपुराण 106.38, </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण 24.37, 30.39 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> (1) भरतक्षेत्र का एक नगर । यहाँ का राजा वायुरथ अपने पुत्र घनरथ को राज्य देकर सुव्रत जिनेंद्र से दीक्षित हो गया था । <span class="GRef"> महापुराण 58.80, </span><span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_106#38|पद्मपुराण - 106.38]], </span><span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_24#37|हरिवंशपुराण - 24.37]],[[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_24#30|हरिवंशपुराण - 24.30]].39 </span></p> | ||
<p id="2">(2) विजया की उत्तरश्रेणी का इक्यावनवाँ नगर । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 22.91 </span></p> | <p id="2" class="HindiText">(2) विजया की उत्तरश्रेणी का इक्यावनवाँ नगर । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_22#91|हरिवंशपुराण - 22.91]] </span></p> | ||
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Latest revision as of 15:20, 27 November 2023
सिद्धांतकोष से
भरतक्षेत्र का एक नगर हैं, देखें मनुष्य - 4।
विजयार्ध की उत्तर श्रेणी में साठ नगर हैं ,महापुर इक्यावनवा नगर है। अधिक जानकारी के लिए–देखें विद्याधर ।
पुराणकोष से
(1) भरतक्षेत्र का एक नगर । यहाँ का राजा वायुरथ अपने पुत्र घनरथ को राज्य देकर सुव्रत जिनेंद्र से दीक्षित हो गया था । महापुराण 58.80, पद्मपुराण - 106.38, हरिवंशपुराण - 24.37,हरिवंशपुराण - 24.30.39
(2) विजया की उत्तरश्रेणी का इक्यावनवाँ नगर । हरिवंशपुराण - 22.91