मेघमाल: Difference between revisions
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<li>पश्चिम विदेहक्षेत्र में नील और सीतोदा के मध्य स्थित चौथा वक्षारगिरि । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 5.232 </span></li> | <li>पश्चिम विदेहक्षेत्र में नील और सीतोदा के मध्य स्थित चौथा वक्षारगिरि । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_5#232|हरिवंशपुराण - 5.232]] </span></li> | ||
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Latest revision as of 15:20, 27 November 2023
सिद्धांतकोष से
- विजयार्ध की उत्तरश्रेणी का एक नगर− देखें विद्याधर ।
- अपरविदेहस्थ एक वक्षार । अपरनाम ‘देवमाल’ ।−देखें लोक - 5.3.3 ।
पुराणकोष से
- विजया की उत्तरश्रेणी का तिरेपनवाँ नगर । हरिवंशपुराण - 22.91
- पश्चिम विदेहक्षेत्र में नील और सीतोदा के मध्य स्थित चौथा वक्षारगिरि । हरिवंशपुराण - 5.232