स्वर्णकूला: Difference between revisions
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<li | <li class="HindiText">हैरण्यवत् क्षेत्र की एक नदी-देखें [[ लोक#3.10 | लोक - 3.10]];</span></li> | ||
<li | <li class="HindiText">हैरण्यवत् क्षेत्रस्थ एक कुंड-देखें [[ लोक#3.10 | लोक - 3.10]];</span></li> | ||
<li | <li class="HindiText">स्वर्णकूला कुंड की स्वामिनी देवी-देखें [[ लोक#3.10 | लोक - 3.10]]।</span></li> | ||
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== पुराणकोष से == | == पुराणकोष से == | ||
<div class="HindiText"> <p> हैरण्यवत् क्षेत्र की एक नदी । यह चौदह महानदियों में ग्यारहवीं महानदी है । यह पुंडरीक सरोवर से निकला है । <span class="GRef"> महापुराण 63.196, </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण 5.135 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> हैरण्यवत् क्षेत्र की एक नदी । यह चौदह महानदियों में ग्यारहवीं महानदी है । यह पुंडरीक सरोवर से निकला है । <span class="GRef"> महापुराण 63.196, </span><span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_5#135|हरिवंशपुराण - 5.135]] </span></p> | ||
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Latest revision as of 15:31, 27 November 2023
सिद्धांतकोष से
- हैरण्यवत् क्षेत्र की एक नदी-देखें लोक - 3.10;
- हैरण्यवत् क्षेत्रस्थ एक कुंड-देखें लोक - 3.10;
- स्वर्णकूला कुंड की स्वामिनी देवी-देखें लोक - 3.10।
पुराणकोष से
हैरण्यवत् क्षेत्र की एक नदी । यह चौदह महानदियों में ग्यारहवीं महानदी है । यह पुंडरीक सरोवर से निकला है । महापुराण 63.196, हरिवंशपुराण - 5.135