नंदसप्तमी व्रत: Difference between revisions
From जैनकोष
No edit summary |
No edit summary |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<p class="HindiText">सात वर्ष तक प्रतिवर्ष भादों सुदी ७ को उपवास करे। नमस्कारमन्त्र का त्रिकाल जाप्य करे। (निर्दोष सप्तमी व्रत की भी यही विधि है।), (व्रत-विधान संग्रह/पृ.१०५ तथा ८६) (किशन सिंह क्रियाकोश)।</p> | |||
[[नंद वंश | Previous Page]] | |||
[[नंदा | Next Page]] | |||
[[Category:न]] | |||
Revision as of 17:15, 25 December 2013
सात वर्ष तक प्रतिवर्ष भादों सुदी ७ को उपवास करे। नमस्कारमन्त्र का त्रिकाल जाप्य करे। (निर्दोष सप्तमी व्रत की भी यही विधि है।), (व्रत-विधान संग्रह/पृ.१०५ तथा ८६) (किशन सिंह क्रियाकोश)।