भद्रकाली: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> भद्रबल भगवान् ऋषभदेव से नमि और विनमि द्वारा राज्य की याचना करने पर धरणेंद्र ने अनेक देवों के संग आकर उन दोनों को अपनी देवियों से कुछ विद्याएँ दिलाकर संतुष्ट किया। भद्रकाली उन्हीं विद्धया में से एक प्रकार की विद्या हैं| | <div class="HindiText"> भद्रबल भगवान् ऋषभदेव से नमि और विनमि द्वारा राज्य की याचना करने पर धरणेंद्र ने अनेक देवों के संग आकर उन दोनों को अपनी देवियों से कुछ विद्याएँ दिलाकर संतुष्ट किया। भद्रकाली उन्हीं विद्धया में से एक प्रकार की विद्या हैं| विद्या के अन्य प्रकारों के लिए देखें [[ विद्या #4 | विद्या-4 ]]। </div> | ||
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Revision as of 23:05, 12 November 2022
सिद्धांतकोष से
भद्रबल भगवान् ऋषभदेव से नमि और विनमि द्वारा राज्य की याचना करने पर धरणेंद्र ने अनेक देवों के संग आकर उन दोनों को अपनी देवियों से कुछ विद्याएँ दिलाकर संतुष्ट किया। भद्रकाली उन्हीं विद्धया में से एक प्रकार की विद्या हैं| विद्या के अन्य प्रकारों के लिए देखें विद्या-4 ।
पुराणकोष से
सोलह निकाय विद्याओं में विद्याधरों की एक विद्या । हरिवंशपुराण 22.66