महानगर: Difference between revisions
From जैनकोष
Anita jain (talk | contribs) mNo edit summary |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<div class="HindiText"> <p id="1"> (1) पश्चिम धातकीखंड द्वीप के मेरु पर्वत से पश्चिम की ओर सीता नदी के दक्षिणी तट पर स्थित रम्यकावती देश का एक नगर । <span class="GRef"> महापुराण 59.2-3 </span></p> | <div class="HindiText"> <p id="1" class="HindiText"> (1) पश्चिम धातकीखंड द्वीप के मेरु पर्वत से पश्चिम की ओर सीता नदी के दक्षिणी तट पर स्थित रम्यकावती देश का एक नगर । <span class="GRef"> महापुराण 59.2-3 </span></p> | ||
<p id="2">(2) भरतक्षेत्र का एक नगर । यहाँ के राजा सुंदर ने वासुपूज्य को आहार देकर पंचाश्चर्य प्राप्त किये थे । <span class="GRef"> महापुराण 58.40-41 </span></p> | <p id="2" class="HindiText">(2) भरतक्षेत्र का एक नगर । यहाँ के राजा सुंदर ने वासुपूज्य को आहार देकर पंचाश्चर्य प्राप्त किये थे । <span class="GRef"> महापुराण 58.40-41 </span></p> | ||
</div> | </div> | ||
Latest revision as of 15:20, 27 November 2023
(1) पश्चिम धातकीखंड द्वीप के मेरु पर्वत से पश्चिम की ओर सीता नदी के दक्षिणी तट पर स्थित रम्यकावती देश का एक नगर । महापुराण 59.2-3
(2) भरतक्षेत्र का एक नगर । यहाँ के राजा सुंदर ने वासुपूज्य को आहार देकर पंचाश्चर्य प्राप्त किये थे । महापुराण 58.40-41