शतमति: Difference between revisions
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<p class="HindiText"><span class="GRef"> (महापुराण/स.श्लोक)</span>-ऋषभदेव के पूर्व (<span class="GRef">5/200</span>) भव के महाबल की पर्याय का मिथ्यादृष्टि मंत्री था (<span class="GRef">4/191</span>) नैरात्मवादी था (<span class="GRef">5/44</span>) मरकर नरक गया (<span class="GRef">10/22</span>) | <p class="HindiText"><span class="GRef"> (महापुराण/स.श्लोक)</span>-ऋषभदेव के पूर्व (<span class="GRef">5/200</span>) भव के महाबल की पर्याय का मिथ्यादृष्टि मंत्री था, (<span class="GRef">4/191</span>) नैरात्मवादी था (<span class="GRef">5/44</span>)और मरकर नरक गया ।(<span class="GRef">10/22</span>)</p> | ||
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Revision as of 20:34, 21 February 2023
सिद्धांतकोष से
(महापुराण/स.श्लोक)-ऋषभदेव के पूर्व (5/200) भव के महाबल की पर्याय का मिथ्यादृष्टि मंत्री था, (4/191) नैरात्मवादी था (5/44)और मरकर नरक गया ।(10/22)
पुराणकोष से
विजयार्ध पर्वत की अलकापुरी के राजा महाबल का एक मिथ्यादृष्टि मंत्री । यह नैरात्म्यवादी (शून्यवादी) था । मिथ्यात्व के कारण मरकर यह नरक गया । (महापुराण 4.190-191, 5.44, 10.8)