असंख्यासंख्येय: Difference between revisions
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<p class="HindiText"> जैन गणित में असंख्यात संख्या का तीसरा भेद असंख्यासंख्येय है। इसके अवांतर तीन भेद और होते हैं - जघन्य, मध्यम और उत्कृष्ट।</ | <p class="HindiText"> जैन गणित में असंख्यात संख्या का तीसरा भेद असंख्यासंख्येय है। इसके अवांतर तीन भेद और होते हैं - जघन्य, मध्यम और उत्कृष्ट।</p> | ||
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Revision as of 16:14, 23 December 2022
जैन गणित में असंख्यात संख्या का तीसरा भेद असंख्यासंख्येय है। इसके अवांतर तीन भेद और होते हैं - जघन्य, मध्यम और उत्कृष्ट।
असंख्यात के सम्बन्ध में अधिक जानने हेतु देखें असंख्यात - 9.7