कुलविद्या: Difference between revisions
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<p> पितृ-पक्ष और मातृ पक्ष से प्राप्त होने वाली विद्या । विद्याधरों की विद्याएँ दो प्रकार की होती हैं― पितृपक्ष और मातृपक्ष से प्राप्त होने वाली विद्याएँ तथा तपस्या से प्राप्त विद्याएँ । <span class="GRef"> महापुराण 19.13 </span></p> | |||
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Revision as of 21:39, 5 July 2020
== सिद्धांतकोष से == देखें विद्या ।
पुराणकोष से
पितृ-पक्ष और मातृ पक्ष से प्राप्त होने वाली विद्या । विद्याधरों की विद्याएँ दो प्रकार की होती हैं― पितृपक्ष और मातृपक्ष से प्राप्त होने वाली विद्याएँ तथा तपस्या से प्राप्त विद्याएँ । महापुराण 19.13