विदेहकूट: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p> निषधाचल के नौ कूटों में आठवां कूट । इसकी ऊंचाई और मूल की चौड़ाई सौ योजन, मध्य की चौड़ाई पचहत्तर योजन और ऊर्ध्व भाग की चौड़ाई पचास योजन है । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 5.89-90 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> निषधाचल के नौ कूटों में आठवां कूट । इसकी ऊंचाई और मूल की चौड़ाई सौ योजन, मध्य की चौड़ाई पचहत्तर योजन और ऊर्ध्व भाग की चौड़ाई पचास योजन है । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_5#89|हरिवंशपुराण - 5.89-90]] </span></p> | ||
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Latest revision as of 15:21, 27 November 2023
निषधाचल के नौ कूटों में आठवां कूट । इसकी ऊंचाई और मूल की चौड़ाई सौ योजन, मध्य की चौड़ाई पचहत्तर योजन और ऊर्ध्व भाग की चौड़ाई पचास योजन है । हरिवंशपुराण - 5.89-90