उच्चारणाचार्य: Difference between revisions
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<p class="HindiText">आपने यतिवृषभाचार्य कृत कषाय प्राभृत के चूर्णि सूत्रों पर विस्तृत उच्चारणवृत्ति लिखी थी। अतः यतिवृषभाचार्य के अनुसार आपका समय लगभग ई. श. 2 तथा 3 के मध्य कहीं होना चाहिए। | <p class="HindiText">आपने यतिवृषभाचार्य कृत कषाय प्राभृत के चूर्णि सूत्रों पर विस्तृत उच्चारणवृत्ति लिखी थी। अतः यतिवृषभाचार्य के अनुसार आपका समय लगभग ई. श. 2 तथा 3 के मध्य कहीं होना चाहिए। <span class="GRef">(तीर्थंकर महावीर और उनकी आचार्य परंपरा , पृष्ठ 2/95)</span>।</p> | ||
Latest revision as of 22:16, 17 November 2023
आपने यतिवृषभाचार्य कृत कषाय प्राभृत के चूर्णि सूत्रों पर विस्तृत उच्चारणवृत्ति लिखी थी। अतः यतिवृषभाचार्य के अनुसार आपका समय लगभग ई. श. 2 तथा 3 के मध्य कहीं होना चाहिए। (तीर्थंकर महावीर और उनकी आचार्य परंपरा , पृष्ठ 2/95)।