वैरोचन: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p id="1">(1) नौ अनुदिश विमानों मैं एक विमान । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 6.63 </span></p> | <div class="HindiText"> <p id="1">(1) नौ अनुदिश विमानों मैं एक विमान । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 6.63 </span></p> | ||
<p id="2">(2) एक अस्त्र । जरासंध द्वारा | <p id="2">(2) एक अस्त्र । जरासंध द्वारा छोड़े इस अस्त्र का कृष्ण ने माहेंद्र-अस्त्र से विच्छेद किया था । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 52.53 </span></p> | ||
<p id="3">(3) भवनवासी देवों के बीस इंद्र और प्रतींद्रों में दूसरा इंद्र और प्रतींद्र । यह जिनाभिषेक के समय चमर ढोरता है । <span class="GRef"> महापुराण 71. 42, </span><span class="GRef"> वीरवर्द्धमान चरित्र 14.54 </span></p> | <p id="3">(3) भवनवासी देवों के बीस इंद्र और प्रतींद्रों में दूसरा इंद्र और प्रतींद्र । यह जिनाभिषेक के समय चमर ढोरता है । <span class="GRef"> महापुराण 71. 42, </span><span class="GRef"> वीरवर्द्धमान चरित्र 14.54 </span></p> | ||
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Revision as of 21:51, 3 February 2023
(1) नौ अनुदिश विमानों मैं एक विमान । हरिवंशपुराण 6.63
(2) एक अस्त्र । जरासंध द्वारा छोड़े इस अस्त्र का कृष्ण ने माहेंद्र-अस्त्र से विच्छेद किया था । हरिवंशपुराण 52.53
(3) भवनवासी देवों के बीस इंद्र और प्रतींद्रों में दूसरा इंद्र और प्रतींद्र । यह जिनाभिषेक के समय चमर ढोरता है । महापुराण 71. 42, वीरवर्द्धमान चरित्र 14.54