लंपाक: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p id="1"> (1) एक मांगलिक वाद्य । यह राम की सेना के लंका की ओर प्रस्थान करते समय बजाया गया था । <span class="GRef"> पद्मपुराण 58.27 </span></p> | <div class="HindiText"> <p id="1"> (1) एक मांगलिक वाद्य । यह राम की सेना के लंका की ओर प्रस्थान करते समय बजाया गया था । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_58#27|पद्मपुराण - 58.27]] </span></p> | ||
<p id="2">(2) एक देश । लवणांकुश और मदनांकुश दोनों भाई लोकाक्षनगर के राजा कुबेरकांत को पराजित करने के पश्चात् नौकाओं के द्वारा यहाँ आये थे और उन्होंने यहाँ के राजा एक कर्ण को पराजित किया था । यहाँ से वे दोनों भाई कैलाश की ओर गये थे । <span class="GRef"> पद्मपुराण 101.70-75, </span></p> | <p id="2">(2) एक देश । लवणांकुश और मदनांकुश दोनों भाई लोकाक्षनगर के राजा कुबेरकांत को पराजित करने के पश्चात् नौकाओं के द्वारा यहाँ आये थे और उन्होंने यहाँ के राजा एक कर्ण को पराजित किया था । यहाँ से वे दोनों भाई कैलाश की ओर गये थे । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_101#70|पद्मपुराण - 101.70-75]], </span></p> | ||
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Revision as of 22:35, 17 November 2023
(1) एक मांगलिक वाद्य । यह राम की सेना के लंका की ओर प्रस्थान करते समय बजाया गया था । पद्मपुराण - 58.27
(2) एक देश । लवणांकुश और मदनांकुश दोनों भाई लोकाक्षनगर के राजा कुबेरकांत को पराजित करने के पश्चात् नौकाओं के द्वारा यहाँ आये थे और उन्होंने यहाँ के राजा एक कर्ण को पराजित किया था । यहाँ से वे दोनों भाई कैलाश की ओर गये थे । पद्मपुराण - 101.70-75,