कर्मारवी: Difference between revisions
From जैनकोष
J2jinendra (talk | contribs) No edit summary |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<span class="HindiText"> संगीत संबंधी मध्यमग्राम के आश्रित ग्यारह जातियों में नवीं जाति । इसके सात स्वर होते हैं । <span class="GRef"> पद्मपुराण 24.14-25, </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण 19. 177-188 </span> | <span class="HindiText"> संगीत संबंधी मध्यमग्राम के आश्रित ग्यारह जातियों में नवीं जाति । इसके सात स्वर होते हैं । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_24#14|पद्मपुराण - 24.14-25]], </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण 19. 177-188 </span> | ||
Revision as of 22:17, 17 November 2023
संगीत संबंधी मध्यमग्राम के आश्रित ग्यारह जातियों में नवीं जाति । इसके सात स्वर होते हैं । पद्मपुराण - 24.14-25, हरिवंशपुराण 19. 177-188