गोवर्द्धन: Difference between revisions
From जैनकोष
No edit summary |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
श्रुतावतार की गुर्वावली के अनुसार भगवान् वीर के पश्चात् चौथे श्रुतकेवली हुए। समय–वी.नि 114-133 (ई.पू.413-394)–देखें [[ इतिहास#4.4 | इतिहास - 4.4]]। | |||
[[गोवदन | | <noinclude> | ||
[[ गोवदन | पूर्व पृष्ठ ]] | |||
[[Category:ग]] | [[ गोवर्द्धन दास | अगला पृष्ठ ]] | ||
</noinclude> | |||
[[Category: ग]] |
Revision as of 21:40, 5 July 2020
श्रुतावतार की गुर्वावली के अनुसार भगवान् वीर के पश्चात् चौथे श्रुतकेवली हुए। समय–वी.नि 114-133 (ई.पू.413-394)–देखें इतिहास - 4.4।