कुंभपुर: Difference between revisions
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<span class="HindiText"> एक नगर । यहाँ के राजा महोदर और उनकी रानी सुरूपाक्षी की पुत्री तडिन्मकला को भानुकर्ण ने प्राप्त किया था । महोदर के किसी प्रबल शत्रु के आक्रमण से दुःखी लोगों के दुःख भरे शब्दों को सुनने से भानुकर्ण कुंभ-कर्ण के नाम से संबोधित किया गया था । <span class="GRef"> पद्मपुराण 8.142-145 </span> | <span class="HindiText"> एक नगर । यहाँ के राजा महोदर और उनकी रानी सुरूपाक्षी की पुत्री तडिन्मकला को भानुकर्ण ने प्राप्त किया था । महोदर के किसी प्रबल शत्रु के आक्रमण से दुःखी लोगों के दुःख भरे शब्दों को सुनने से भानुकर्ण कुंभ-कर्ण के नाम से संबोधित किया गया था । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_8#142|पद्मपुराण - 8.142-145]] </span> | ||
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एक नगर । यहाँ के राजा महोदर और उनकी रानी सुरूपाक्षी की पुत्री तडिन्मकला को भानुकर्ण ने प्राप्त किया था । महोदर के किसी प्रबल शत्रु के आक्रमण से दुःखी लोगों के दुःख भरे शब्दों को सुनने से भानुकर्ण कुंभ-कर्ण के नाम से संबोधित किया गया था । पद्मपुराण - 8.142-145