अरिष्टनेमि: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p id="1">(1) हरिवंश में उत्पन्न बाइसवें तीर्थंकर नेमिनाथ । इन्हें यह नाम इंद्र द्वारा दिया गया था । राजा समुद्रविजय इनके पिता थे । <span class="GRef"> पद्मपुराण 1.13, </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण 1.24, 34.38, 38.55, 48.43 </span>देखें [[ नेमिनाथ ]]</p> | <div class="HindiText"> <p id="1">(1) हरिवंश में उत्पन्न बाइसवें तीर्थंकर नेमिनाथ । इन्हें यह नाम इंद्र द्वारा दिया गया था । राजा समुद्रविजय इनके पिता थे । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_1#13|पद्मपुराण - 1.13]], </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण 1.24, 34.38, 38.55, 48.43 </span>देखें [[ नेमिनाथ ]]</p> | ||
<p id="2">(2) हरिवंशी नृप महीदत्त का ज्येष्ठ पुत्र, कुमार मत्स्य का अग्रज । मत्स्य ने अपना राज्य भी अंत में इसे सांप दिया था । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 17.29-31 </span></p> | <p id="2">(2) हरिवंशी नृप महीदत्त का ज्येष्ठ पुत्र, कुमार मत्स्य का अग्रज । मत्स्य ने अपना राज्य भी अंत में इसे सांप दिया था । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 17.29-31 </span></p> | ||
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Revision as of 22:15, 17 November 2023
(1) हरिवंश में उत्पन्न बाइसवें तीर्थंकर नेमिनाथ । इन्हें यह नाम इंद्र द्वारा दिया गया था । राजा समुद्रविजय इनके पिता थे । पद्मपुराण - 1.13, हरिवंशपुराण 1.24, 34.38, 38.55, 48.43 देखें नेमिनाथ
(2) हरिवंशी नृप महीदत्त का ज्येष्ठ पुत्र, कुमार मत्स्य का अग्रज । मत्स्य ने अपना राज्य भी अंत में इसे सांप दिया था । हरिवंशपुराण 17.29-31