घोषणा: Difference between revisions
From जैनकोष
J2jinendra (talk | contribs) No edit summary |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<div class="HindiText"> <p> पारिव्राज्य क्रिया के सत्ताईस सूत्रपदों में एक सूत्रपद । जो मुनि नगाड़े तथा संगीत आदि की घोषणा का त्याग करके तपस्या करता है उसकी तपस्या सफल होने पर दुंदुभिधोष होता है । <span class="GRef"> महापुराण 39. 164, 183 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> पारिव्राज्य क्रिया के सत्ताईस सूत्रपदों में एक सूत्रपद । जो मुनि नगाड़े तथा संगीत आदि की घोषणा का त्याग करके तपस्या करता है उसकी तपस्या सफल होने पर दुंदुभिधोष होता है । <span class="GRef"> महापुराण 39. 164, 183 </span></p> | ||
</div> | </div> | ||
Latest revision as of 14:41, 27 November 2023
पारिव्राज्य क्रिया के सत्ताईस सूत्रपदों में एक सूत्रपद । जो मुनि नगाड़े तथा संगीत आदि की घोषणा का त्याग करके तपस्या करता है उसकी तपस्या सफल होने पर दुंदुभिधोष होता है । महापुराण 39. 164, 183