चतुर्गति: Difference between revisions
From जैनकोष
J2jinendra (talk | contribs) No edit summary |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<div class="HindiText"> <p> चार गतियाँ । नरक, तिर्यंच, मनुष्य और देव । ये चार गतियाँ होती है । <span class="GRef"> महापुराण 42.93 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> चार गतियाँ । नरक, तिर्यंच, मनुष्य और देव । ये चार गतियाँ होती है । <span class="GRef"> महापुराण 42.93 </span></p> | ||
</div> | </div> | ||
Latest revision as of 14:41, 27 November 2023
चार गतियाँ । नरक, तिर्यंच, मनुष्य और देव । ये चार गतियाँ होती है । महापुराण 42.93