चतुर्दश महारत्न: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p> चक्रवर्ती के चौदह महारत्न- सुदर्शन चक्र, छत्र, खड्ग, दंड, काकिणी, चर्म, मणि, पुरोहित, सेनापति, स्थपति, गृहपति, स्त्री, गज और अश्व । <span class="GRef"> महापुराण 61. 95, 37.84, </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण 11.108-109 </span>चतुर्दश महाविद्या—उत्पादपूर्व आदि चौदह पूर्व । <span class="GRef"> महापुराण 2.48,34, 147 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> चक्रवर्ती के चौदह महारत्न- सुदर्शन चक्र, छत्र, खड्ग, दंड, काकिणी, चर्म, मणि, पुरोहित, सेनापति, स्थपति, गृहपति, स्त्री, गज और अश्व । <span class="GRef"> महापुराण 61. 95, 37.84, </span><span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_11#108|हरिवंशपुराण - 11.108-109]] </span>चतुर्दश महाविद्या—उत्पादपूर्व आदि चौदह पूर्व । <span class="GRef"> महापुराण 2.48,34, 147 </span></p> | ||
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Latest revision as of 14:41, 27 November 2023
चक्रवर्ती के चौदह महारत्न- सुदर्शन चक्र, छत्र, खड्ग, दंड, काकिणी, चर्म, मणि, पुरोहित, सेनापति, स्थपति, गृहपति, स्त्री, गज और अश्व । महापुराण 61. 95, 37.84, हरिवंशपुराण - 11.108-109 चतुर्दश महाविद्या—उत्पादपूर्व आदि चौदह पूर्व । महापुराण 2.48,34, 147