हिरण्यवती: Difference between revisions
From जैनकोष
No edit summary |
No edit summary |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<div class="HindiText"> <p id="1"> (1) राजा अतिबल और रानी श्रीमती की पुत्री तथा असितपर्वतनगर के मातंगवंशी राजा प्रहसित की रानी । सिंहदंष्ट्र इसका पुत्र था । इसमें रूप बदलकर अपनी नातिन नीलयशा को वसुदेव से मिलाया था । <span class="GRef"> (हरिवंशपुराण 22.112-133) | <div class="HindiText"> <p id="1"> (1) राजा अतिबल और रानी श्रीमती की पुत्री तथा असितपर्वतनगर के मातंगवंशी राजा प्रहसित की रानी । सिंहदंष्ट्र इसका पुत्र था । इसमें रूप बदलकर अपनी नातिन नीलयशा को वसुदेव से मिलाया था । <span class="GRef"> (हरिवंशपुराण 22.112-133) | ||
</span> (देखें [[ अतिबल ]])</p> | </span> (देखें- [[ अतिबल ]])</p> | ||
<p id="2">(2) पोदनपुर के राजा पूर्णचंद्र की रानी । यह साकेत नगर के राजा दिव्यबल और रानी सुमती की पुत्री थी । इसने दत्तवती आर्यिका से आर्यिका-दीक्षा ली थी । <span class="GRef"> (महापुराण 59.208-209) </span><span class="GRef"> (हरिवंशपुराण 27.56) </span></p> | <p id="2">(2) पोदनपुर के राजा पूर्णचंद्र की रानी । यह साकेत नगर के राजा दिव्यबल और रानी सुमती की पुत्री थी । इसने दत्तवती आर्यिका से आर्यिका-दीक्षा ली थी । <span class="GRef"> (महापुराण 59.208-209) </span><span class="GRef"> (हरिवंशपुराण 27.56) </span></p> | ||
</div> | </div> |
Revision as of 13:26, 20 June 2023
(1) राजा अतिबल और रानी श्रीमती की पुत्री तथा असितपर्वतनगर के मातंगवंशी राजा प्रहसित की रानी । सिंहदंष्ट्र इसका पुत्र था । इसमें रूप बदलकर अपनी नातिन नीलयशा को वसुदेव से मिलाया था । (हरिवंशपुराण 22.112-133) (देखें- अतिबल )
(2) पोदनपुर के राजा पूर्णचंद्र की रानी । यह साकेत नगर के राजा दिव्यबल और रानी सुमती की पुत्री थी । इसने दत्तवती आर्यिका से आर्यिका-दीक्षा ली थी । (महापुराण 59.208-209) (हरिवंशपुराण 27.56)