कालानुयोग 05: Difference between revisions
From जैनकोष
No edit summary |
No edit summary |
||
Line 35: | Line 35: | ||
<td width="132" valign="top"><p class="HindiText">1 समय </p></td> | <td width="132" valign="top"><p class="HindiText">1 समय </p></td> | ||
<td width="186" valign="top"><p class="HindiText">आबाधा काल नहीं है </p></td> | <td width="186" valign="top"><p class="HindiText">आबाधा काल नहीं है </p></td> | ||
<td width="138" valign="top"><p class="HindiText">33 | <td width="138" valign="top"><p class="HindiText">33 सागर</p></td> | ||
<td width="168" valign="top"><p class="HindiText">स्व भुज्यमान आयु </p></td> | <td width="168" valign="top"><p class="HindiText">स्व भुज्यमान आयु </p></td> | ||
</tr> | </tr> |
Revision as of 09:33, 6 July 2023
- पाँच शरीरबद्ध निषेकों का सत्ता काल
प्रमाण धवला/14 |
विषय |
जघन्य |
उत्कृष्ट |
|||
काल |
विशेष |
काल |
विशेष |
|||
धवला/14/246-248 |
||||||
246 |
औदारिक |
1 समय |
आबाधा काल नहीं है |
3 पल्य |
स्व भुज्यमान आयु |
|
246 |
वैक्रियक |
1 समय |
आबाधा काल नहीं है |
33 सागर |
स्व भुज्यमान आयु |
|
246 |
आहारक |
1 समय |
आबाधा काल नहीं है |
अंतर्मुहूर्त |
स्व भुज्यमान आयु |
|
247 |
तैजस |
1 समय |
आबाधा काल नहीं है |
66 सागर |
— |
|
248 |
कार्माण |
1समय+1आवली |
आबाधा काल सहित |
70 को.को. सागर |
|