सिंहलद्वीप: Difference between revisions
From जैनकोष
No edit summary |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<div class="HindiText"> <p id="1">(1) पश्चिम समुद्र का तटवर्ती देश । इस देश के राजा को लवणांकुश ने पराजित किया था । कृपण ने इसी नगर की राजपुत्री लक्ष्मणा को हरकर उसके साथ विवाह किया था । महासेन इस नगर का राजकुमार था । यहाँ का राजा अर्ध अक्षौहिणी सेना का स्वामी था । <span class="GRef"> महापुराण 30.25, </span><span class="GRef"> पद्मपुराण 101. 77-78, </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण 44.20-25, 507 </span></p> | <div class="HindiText"> <p id="1">(1) पश्चिम समुद्र का तटवर्ती देश । इस देश के राजा को लवणांकुश ने पराजित किया था । कृपण ने इसी नगर की राजपुत्री लक्ष्मणा को हरकर उसके साथ विवाह किया था । महासेन इस नगर का राजकुमार था । यहाँ का राजा अर्ध अक्षौहिणी सेना का स्वामी था । <span class="GRef"> महापुराण 30.25, </span><span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_101#77|पद्मपुराण - 101.77-78]], </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण 44.20-25, 507 </span></p> | ||
<p id="2">(2) राजा सोम का पुत्र । यह यादवों का पक्षधर था । इसके रथ में कांबोज के घोड़े जोते गये थे । रथ सफेद था । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 52. 17 </span></p> | <p id="2">(2) राजा सोम का पुत्र । यह यादवों का पक्षधर था । इसके रथ में कांबोज के घोड़े जोते गये थे । रथ सफेद था । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 52. 17 </span></p> | ||
</div> | </div> |
Revision as of 22:36, 17 November 2023
(1) पश्चिम समुद्र का तटवर्ती देश । इस देश के राजा को लवणांकुश ने पराजित किया था । कृपण ने इसी नगर की राजपुत्री लक्ष्मणा को हरकर उसके साथ विवाह किया था । महासेन इस नगर का राजकुमार था । यहाँ का राजा अर्ध अक्षौहिणी सेना का स्वामी था । महापुराण 30.25, पद्मपुराण - 101.77-78, हरिवंशपुराण 44.20-25, 507
(2) राजा सोम का पुत्र । यह यादवों का पक्षधर था । इसके रथ में कांबोज के घोड़े जोते गये थे । रथ सफेद था । हरिवंशपुराण 52. 17