सुरेंद्रमंयु: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p> विनीता नगरी के राजा विजय का पुत्र । इसके दो पुत्र थे । इनमें वज्रबाहु बड़ा और पुरंदर छोटा था । वज्रबाहु के दीक्षित हो जाने पर इसके पिता और इसने भी निर्वाणघोष मुनि के पास दीक्षा ले ली थी । <span class="GRef"> पद्मपुराण 21.73-77, | <div class="HindiText"> <p> विनीता नगरी के राजा विजय का पुत्र । इसके दो पुत्र थे । इनमें वज्रबाहु बड़ा और पुरंदर छोटा था । वज्रबाहु के दीक्षित हो जाने पर इसके पिता और इसने भी निर्वाणघोष मुनि के पास दीक्षा ले ली थी । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_21#73|पद्मपुराण - 21.73-77]],[[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_21#12|पद्मपुराण - 21.12]]1-123, 138-139 </span></p> | ||
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Revision as of 22:36, 17 November 2023
विनीता नगरी के राजा विजय का पुत्र । इसके दो पुत्र थे । इनमें वज्रबाहु बड़ा और पुरंदर छोटा था । वज्रबाहु के दीक्षित हो जाने पर इसके पिता और इसने भी निर्वाणघोष मुनि के पास दीक्षा ले ली थी । पद्मपुराण - 21.73-77,पद्मपुराण - 21.121-123, 138-139