तात्पर्यवृत्ति: Difference between revisions
From जैनकोष
No edit summary |
No edit summary |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<p class="HindiText">इस नाम की कई | <p class="HindiText">इस नाम की कई टीकाएँ उपलब्ध हैं–</p> | ||
<ol> | <ol> | ||
<li class="HindiText"> आ०अभयनन्दि (ई०९३०-९५०) कृत तत्त्वार्थ सूत्र की टीका; </li> | <li class="HindiText"> आ०अभयनन्दि (ई०९३०-९५०) कृत तत्त्वार्थ सूत्र की टीका; </li> | ||
<li class="HindiText"> आ०विद्यानन्दि कृत अष्ट सहस्री की लघु समन्तभद्र (ई०१०००) कृत वृत्ति; </li> | <li class="HindiText"> आ०विद्यानन्दि कृत अष्ट सहस्री की लघु समन्तभद्र (ई०१०००) कृत वृत्ति; </li> | ||
<li class="HindiText"> आचार्य जयसेन (ई०श०११-१२) कृत समयसार, प्रवचनसार व पंचास्तिकाय की | <li class="HindiText"> आचार्य जयसेन (ई०श०११-१२) कृत समयसार, प्रवचनसार व पंचास्तिकाय की टीकाएँ। </li> | ||
</ol> | </ol> | ||
Revision as of 21:20, 28 February 2015
इस नाम की कई टीकाएँ उपलब्ध हैं–
- आ०अभयनन्दि (ई०९३०-९५०) कृत तत्त्वार्थ सूत्र की टीका;
- आ०विद्यानन्दि कृत अष्ट सहस्री की लघु समन्तभद्र (ई०१०००) कृत वृत्ति;
- आचार्य जयसेन (ई०श०११-१२) कृत समयसार, प्रवचनसार व पंचास्तिकाय की टीकाएँ।