ईर्यापथ: Difference between revisions
From जैनकोष
Vandana Jain (talk | contribs) No edit summary |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<div class="HindiText"> <p> आस्रव का एक भेद । यह अकषाय जीवों के होता है । उपशांतकषाय से सयोग-केवली तक के जीव अकषाय होते हैं । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 58.58-59 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> आस्रव का एक भेद । यह अकषाय जीवों के होता है । उपशांतकषाय से सयोग-केवली तक के जीव अकषाय होते हैं । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_58#58|हरिवंशपुराण - 58.58-59]] </span></p> | ||
</div> | </div> | ||
Latest revision as of 14:40, 27 November 2023
आस्रव का एक भेद । यह अकषाय जीवों के होता है । उपशांतकषाय से सयोग-केवली तक के जीव अकषाय होते हैं । हरिवंशपुराण - 58.58-59