अनिकाचित: Difference between revisions
From जैनकोष
Anita jain (talk | contribs) mNo edit summary |
Anita jain (talk | contribs) mNo edit summary |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<div class="HindiText"> अग्रायणीयपूर्व की पंचम वस्तु के | <div class="HindiText"> अग्रायणीयपूर्व की पंचम वस्तु के कर्मप्रकृति नाम के चतुर्थ प्राभृत के चौबीस योगद्वारों में इस नाम का बाईसवां योगद्बार । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 10.81-86 </span>देखें [[ अग्रायणीयपूर्व ]]</p> | ||
</div> | </div> | ||
Revision as of 22:30, 10 September 2023
अग्रायणीयपूर्व की पंचम वस्तु के कर्मप्रकृति नाम के चतुर्थ प्राभृत के चौबीस योगद्वारों में इस नाम का बाईसवां योगद्बार । हरिवंशपुराण 10.81-86 देखें अग्रायणीयपूर्व