वसुल: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p> अयोध्या का एक धनी पुरुष । यह विजय आदि अनेक धनिक पुरुषों के साथ राजा राम को रावण द्वारा अपहृता सीता को वापिस ले आने के अवर्णवाद की सूचना देने गया था किंतु राम के पूछने पर भी उनसे यह संकोचवश अपना मंतव्य प्रकट नहीं कर सका था । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_96#30|पद्मपुराण - 96.30-50]] </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> अयोध्या का एक धनी पुरुष । यह विजय आदि अनेक धनिक पुरुषों के साथ राजा राम को रावण द्वारा अपहृता सीता को वापिस ले आने के अवर्णवाद की सूचना देने गया था किंतु राम के पूछने पर भी उनसे यह संकोचवश अपना मंतव्य प्रकट नहीं कर सका था । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_96#30|पद्मपुराण - 96.30-50]] </span></p> | ||
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Latest revision as of 15:21, 27 November 2023
अयोध्या का एक धनी पुरुष । यह विजय आदि अनेक धनिक पुरुषों के साथ राजा राम को रावण द्वारा अपहृता सीता को वापिस ले आने के अवर्णवाद की सूचना देने गया था किंतु राम के पूछने पर भी उनसे यह संकोचवश अपना मंतव्य प्रकट नहीं कर सका था । पद्मपुराण - 96.30-50