नलिन: Difference between revisions
From जैनकोष
No edit summary |
No edit summary |
||
Line 5: | Line 5: | ||
<li> आशीर्विष वक्षार का एक कूट तथा देव (लोक/५/४)। </li> | <li> आशीर्विष वक्षार का एक कूट तथा देव (लोक/५/४)। </li> | ||
<li> रुचक पर्वतस्थ एक कूट– देखें - [[ लोक#5.13 | लोक / ५ / १३ ]]। </li> | <li> रुचक पर्वतस्थ एक कूट– देखें - [[ लोक#5.13 | लोक / ५ / १३ ]]। </li> | ||
<li> सौधर्म स्वर्ग का | <li> सौधर्म स्वर्ग का आठवाँ पटल– देखें - [[ स्वर्ग#5.3 | स्वर्ग / ५ / ३ ]]। </li> | ||
<li>काल का एक प्रमाण (गणित/I/१/४)। </li> | <li>काल का एक प्रमाण (गणित/I/१/४)। </li> | ||
</ol> | </ol> |
Revision as of 22:20, 1 March 2015
- पूर्व विदेहस्थ एक वक्षार गिरि (लोक/५/३)।
- उपरोक्त वक्षार का एक कूट तथा देव (लोक/५/४)।
- अपर विदेहस्थ एक क्षेत्र। (लोक/५/२)।
- आशीर्विष वक्षार का एक कूट तथा देव (लोक/५/४)।
- रुचक पर्वतस्थ एक कूट– देखें - लोक / ५ / १३ ।
- सौधर्म स्वर्ग का आठवाँ पटल– देखें - स्वर्ग / ५ / ३ ।
- काल का एक प्रमाण (गणित/I/१/४)।