व्यधिकरण: Difference between revisions
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किसी एक धर्मी में एक धर्म रहता है और अन्य कोई धर्म नहीं रहता । तब वह अभावभूत धर्म उस पहले धर्म का व्यधिकरण कहलाता है । जैसे पटत्व धर्म घटत्व का व्यधिकरण है । | |||
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Revision as of 21:47, 5 July 2020
किसी एक धर्मी में एक धर्म रहता है और अन्य कोई धर्म नहीं रहता । तब वह अभावभूत धर्म उस पहले धर्म का व्यधिकरण कहलाता है । जैसे पटत्व धर्म घटत्व का व्यधिकरण है ।