अमोघ: Difference between revisions
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<OL start=1 class="HindiNumberList"> <LI> नवग्रैवेयक स्वर्गका द्वितीय पटल-<b>देखे </b>[[स्वर्ग]] /५/३। </LI> | |||
<LI> मानुषोत्तर पर्वतत्थ अंककूटका स्वामी भवनवासी सुपर्णकुमार देव-दे.लोक/५/१०। </LI> | |||
<LI> रुचक पर्वतस्थ एक कूट-<b>देखे </b>[[लोक]] /५/१३। </LI> </OL> | |||
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