भट्टारक: Difference between revisions
From जैनकोष
No edit summary |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
| == सिद्धांतकोष से == | ||
<li> अर्हन्त, सिद्ध, साधु को भट्टारक कहा गया है। (ध. | <ol> | ||
<li> इन्द्र भट्टारक ग्रन्थ कर्ता हुए (ध. | <li> अर्हन्त, सिद्ध, साधु को भट्टारक कहा गया है। (ध.3/मंगल/1) </li> | ||
<li> अर्हन्त के लिए भट्टारक शब्द का प्रयोग किया गया है। (ध. | <li> इन्द्र भट्टारक ग्रन्थ कर्ता हुए (ध. 9/129-130), </li> | ||
</ol | <li> अर्हन्त के लिए भट्टारक शब्द का प्रयोग किया गया है। (ध. 9/130)।</li> | ||
</ol> | |||
[[भट्टाकलंक | | <noinclude> | ||
[[ भट्टाकलंक | पूर्व पृष्ठ ]] | |||
[[Category:भ]] | [[ भण्डार दशमी व्रत | अगला पृष्ठ ]] | ||
</noinclude> | |||
[[Category: भ]] | |||
== पुराणकोष से == | |||
<p> स्वामी अर्थ में व्यवहृत शब्द । <span class="GRef"> महापुराण 20.11, 68.398 </span></p> | |||
<noinclude> | |||
[[ भट्टाकलंक | पूर्व पृष्ठ ]] | |||
[[ भण्डार दशमी व्रत | अगला पृष्ठ ]] | |||
</noinclude> | |||
[[Category: पुराण-कोष]] | |||
[[Category: भ]] |
Revision as of 21:44, 5 July 2020
== सिद्धांतकोष से ==
- अर्हन्त, सिद्ध, साधु को भट्टारक कहा गया है। (ध.3/मंगल/1)
- इन्द्र भट्टारक ग्रन्थ कर्ता हुए (ध. 9/129-130),
- अर्हन्त के लिए भट्टारक शब्द का प्रयोग किया गया है। (ध. 9/130)।
पुराणकोष से
स्वामी अर्थ में व्यवहृत शब्द । महापुराण 20.11, 68.398